Vaibhav Suryavanshi Bihar Cricketer: वैभव सूर्यवंशी के युवा आयु में ही क्रिकेट में धमाकेदार प्रदर्शन करने की कहानी बिहारी क्रिकेट प्रेमियों के लिए गर्व का विषय बन गई है। उन्होंने अपनी अद्भुत क्रिकेट जिज्ञासा और प्रतिभा के साथ 13 साल की उम्र में एक शानदार शतक ठोका, जो वाकई अद्वितीय है।
इस उम्र में ऐसा शानदार प्रदर्शन करना वैभव के खेली गई मैचों की गुणवत्ता और उनकी मेहनत का परिणाम था। इस उपलब्धि ने उन्हें देश भर के क्रिकेट प्रेमियों की नजरों में उच्च स्थान पर ले आया। Vaibhav Suryavanshi Bihar Cricketer
अब वह आईपीएल की धरती पर कदम रखने की ओर बढ़ रहे हैं, जो उनके करियर के एक नए अध्याय को चालू करने के लिए महत्वपूर्ण है। उनकी प्रेरणादायक कहानी ने बिहार के क्रिकेट खिलाड़ियों को और भी उत्साहित किया है और वे भी अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत और संघर्ष जारी रख रहे हैं।
पूरे देश में इस समय आईपीएल का खुमार चढ़ा हुआ है। हर कोई क्रिकेट के इस त्यौहार का मजा ले रहा है। भारत में क्रिकेट के कई बड़े खिलाड़ी हुए हैं, जिन्होंने अपने टैलेंट और मेहनत से भारतीय क्रिकेट को ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
Vaibhav Suryavanshi Bihar Cricketer: 13 वर्ष की उम्र में रच दिया इतिहास
बिहार के इस होनहार क्रिकेटर ने केवल 13 वर्ष की उम्र में तिहरा शतक जड़कर एक नया इतिहास रच दिया है। आपको बता दें बिहार में इस समय रणधीर वर्मा अंडर-19 क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता के एक मैच में वैभव ने 178 गेंद पर 332 रन की शानदार पारी खेल कर नाबाद रहे।
वन डे क्रिकेट में वैभव के इस तिहरे शतक का मुकाबला भारतीय क्रिकेट में अब तक कोई भी खिलाड़ी नहीं कर सका है। वैभव ने इस मैच के दौरान पूर्व भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का 264 रन का रिकॉर्ड भी तोड़ा है।
इस तरह वे वन डे मैच में 332 रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर बन गए हैं। इसके अलावा उन्होंने साल 2002 में काउंटी क्रिकेट के वनडे मैच में सरे की ओर से खेली गई 268 रनों की पारी को भी पछाड़ दिया है। Vaibhav Suryavanshi Bihar Cricketer
Vaibhav Suryavanshi Bihar Cricketer: 6 साल की उम्र में शुरू किया क्रिकेट खेलने
बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले वैभव सूर्यवंशी बाएं हाथ के बैट्समैन है। आपको बता दे केवल 6 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपने हाथ में क्रिकेट का बल्ला उठा लिया था। इसके बाद 7 वर्ष की उन्होंने एक क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन अपनी प्रतिभा को निखारना शुरू कर दिया।
आपको बता दे उन्होंने सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ा है। सचिन की फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू के समय उम्र 15 साल थी। जबकि वैभव सूर्यवंशी ने केवल 12 वर्ष की उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट( रणजी ट्रॉफी ) में डेब्यू कर लिया था। । हालांकि उनकी उम्र को लेकर मीडिया में विवाद की खबरें भी आई थी।
Vaibhav Suryavanshi Bihar Cricketer: केवल चौकों और छक्कों से बना दिए 282 रन
इन दोनों बिहार में चल रहे रणधीर वर्मा अंडर-19 क्रिकेट प्रतियोगिता में समस्तीपुर और सहरसा के बीच खेले गए मुकाबले में वैभव सूर्यवंशी की शानदार पारी के चलते समस्तीपुर ने 500 रन का स्कोर बना लिया। इस शानदार मैच में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए वैभव ने 178 गेंद का सामना करके नाबाद 332 रन का स्कोर खड़ा कर दिया।
जिसके जवाब में सहरसा की टीम चारों खाने चित हो गई। इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए सहरसा की टीम केवल 219 रन पर सिमट गई। वैभव के 332 रन की पारियों में 282 रन केवल चौकों और छक्कों की मदद से आए थे।
वैभव सूर्यवंशी एक उज्ज्वल युवा क्रिकेटर हैं, जो बिहार के क्रिकेट में नए सितारे के रूप में उभर रहे हैं। उनका जन्म बिहार के एक छोटे से गाँव में हुआ था, जहाँ उन्हें क्रिकेट के प्रति प्रेम का पहला अहसास हुआ। वैभव की खेलने की भावना का आदान-प्रदान उनके परिवार में ही था, जिन्होंने उन्हें हमेशा खेलने की प्रोत्साहना दी।
वैभव की क्रिकेट दिव्यता का पहला प्रकाश आईपीएल के माध्यम से जगमगाने लगा, जब उन्होंने अपने कौशल का प्रदर्शन करके लोगों का मन मोह लिया। उनकी उम्र अभी तीन संक्रमण से भरी थी, लेकिन उनकी क्रिकेट दक्षता उन्हें एक विशेष खिलाड़ी बनने की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर देती नजर आई।
वैभव का पहला बड़ा प्रदर्शन बिहार के राष्ट्रीय स्तरीय टूर्नामेंट में हुआ, जहाँ उन्होंने एक ठोस शतक की शानदार धारा का प्रदर्शन किया। उनकी बहादुरी और उत्साह ने सभी को प्रभावित किया, और वे अपने राज्य के लिए नई आशाओं की उचाईयों को छूने के लिए तैयार हो गए।
उनका उत्कृष्ट प्रदर्शन आईपीएल टीमों के सहारे के बिना नहीं हो सकता था। वे अपने खेल के क्षमताओं को बेहतर बनाने के लिए दिन-रात मेहनत करते रहे, ताकि उन्हें उच्च स्तर के क्रिकेट में सफलता प्राप्त करने का मौका मिल सके। Vaibhav Suryavanshi Bihar Cricketer
आईपीएल के चक्कर में वैभव के लिए काफी मान्यता और सम्मान का मौका है। वह अपनी दृढ़ संकल्पितता और उत्साह के साथ आगे बढ़ते हैं, जिससे वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित होते हैं।
वैभव की कहानी एक प्रेरणादायक संदेश लेकर आती है। उनकी मेहनत, समर्थन और निष्ठा उन्हें उच्च स्तर के क्रिकेट में सफलता प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करती हैं। वह बिहार के खेल के क्षेत्र में एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहे हैं, और उनकी प्रेरणादायक कहानी अन्य युवा क्रिकेटरों को भी अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत करने की प्रेरित करती है। Vaibhav Suryavanshi Bihar Cricketer