तिलौथू प्रखंड क्षेत्र में आंधी, पानी के साथ ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ। यह विनाशकारी प्राकृतिक आपदा ने तिलौथू प्रखंड के लोगों को आपत्ति में डाल दिया। अचानक इस आंधी-तूफान के कहर से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों की तलाश में थोड़ा देर के लिए भागना शुरू कर दिया। लेकिन इस नातुरल आपदा के चलते कई घर ,पौधा, फल फूल नष्ट हो गया।
आंधी के साथ हुए बारिश ने पर्यावरण में बड़ा बदलाव ला दिया। पानी की बाढ़ ने खेतों को नष्ट कर दिया, खेती और पशुपालन के साथ-साथ बिजली, सड़कें, और पानी की सप्लाई पर भी असर पड़ा। हालांकि, इस आपदा के बावजूद, समुदाय एक साथ खड़ा होकर इसका सामना करने के लिए तैयार रहा। समाजसेवी ने तत्काल कदम उठाये और प्राथमिकताओं के आधार पर लोगों की सहायता की। इस अवस्था में, जनता के बीच एकता और सामर्थ्य का संदेश साफ दिखा।