तिलौथू प्रखंड के गांवों में रामनवमी के अवसर पर शोभायात्राएं आयोजित की गईं, जिनमें सरैया गांव की शोभायात्रा अत्यंत विशेष रही। इस अद्वितीय उत्सव का महत्वपूर्ण हिस्सा बनते हुए, सभी गांवों का जुलूस एक साथ तिलौथू बाजार में इकट्ठा हुआ। यहां प्रशासन ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और शांतिपूर्वक सुनिश्चित किया कि उत्सव सुखद रहे। रामनवमी के त्योहार में शोभायात्राओं का आयोजन पवित्र होता है। यह उत्सव हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो भगवान राम के जन्मदिन को मनाता है। तिलौथू प्रखंड के गांवों में इस उत्सव को धूमधाम से मनाया गया, जिसमें सभी आयु वर्ग के लोग भाग लेते हैं। शोभायात्राएं विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को समाहित करती हैं, जिसमें भजन-कीर्तन, धार्मिक प्रवचन और विभिन्न प्रकार के नृत्य शामिल होते हैं। इन आयोजनों का मुख्य उद्देश्य धर्मिक और सांस्कृतिक अभिवृद्धि को प्रोत्साहित करना होता है। इस उत्सव के महत्व को समझते हुए, तिलौथू प्रशासन ने सुनिश्चित किया कि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने सुरक्षा के लिए उपाय अच्छी तरह से निकाले और लोगों को धर्मिक और सामाजिक सुरक्षा की गारंटी दी।शोभायात्रा का आयोजन समय पर और ध्यानपूर्वक किया गया था। यहां लोगों ने बड़े ही उत्साह और भक्ति भाव से भाग लिया। वे धार्मिक गानों और वंदना के साथ उत्सव का मजा लिया। शोभायात्रा के माध्यम से लोग एक-दूसरे के साथ जुड़ते हैं और एकता का संदेश फैलाते हैं। यह एक ऐसा मौका है जब समाज के विभिन्न वर्गों के लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर उत्सव का मजा लेते हैं और अपने समुदाय के साथ एकजुट होते हैं। इस प्रकार, तिलौथू प्रखंड के रामनवमी के अवसर पर आयोजित शोभायात्रा ने लोगों को धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से एक साथ आने का अवसर दिया। इस उत्सव ने एकता, सामाजिक समरसता, और धर्मिक भावनाओं को बढ़ावा दिया, जो समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार, अंचलाधिकारी हर्ष हरि, तिलौथू थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार , अमझोर थाना प्रभारी कुसुम कुमार केसरी, काफी संख्या में पुलिस बल एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे