मृत्यु अटल सत्य है। यह सभी लोग जानते हैं। लेकिन इसके बाद भी हम सभी अंजान बने रहते हैं। कुछ लोग जीवन भर सिर्फ बुरे काम ही करते हैं ऐसे लोगों को कोई याद नहीं करता। वहीं कुछ लोग हमेशा दूसरों को मदद करने के लिए तैयार रहते हैं। सभी के सुख दु:ख में हमेशा खड़े रहते हैं। अपने मधुर व्यवहार और कर्तव्यनिष्ठा से अपने समाज मे एक विशेष पहचान बनाने वाले को दुनिया हमेशा सम्मान के साथ याद करती है। उक्त बातें सभा को संबोधित करते हुवे पुण्यतिथि के अवसर पर सरस्वती विद्या मंदिर के पूर्व प्रधानाचार्य जंगलेश कुमार चौरसिया ने कहीं। पत्रकार राकेश कुमार, व सत्यानंद कुमार ने कहा कि अपनी मीठी बोली और सब के प्रति सम्मान के साथ सहयोग का भाव केवल जी में था, जिसके चलते आज हम सब यहां पर उपस्थित है। और उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि तब कहीं जाएगी जब उनके विचार व्यवहार को हम अपने जीवन में उतारे। केवल जी के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए समाज के गणमान्य लोगों ने केवलजी की स्मृति में इस वर्ष सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता एवं खेलकूद का आयोजन करने का निर्णय लिया। केवल जी के स्मृति स्थल पर उनके अंतिम समय में साथ रहने वाले लायन अनिल कुमार कुशल व सामाजिक कार्यकर्ता अमित गुप्ता ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। स्व. केवल जी के अनुज लाल बिहारी गुप्ता ने नम आंखों से बड़े भाई को पुष्प अर्पित किया। तिलौथू प्रखंड के सभी पत्रकार, किराना दुकानदार संघ के अध्यक्ष सुनील कुमार गुप्ता, तिलौथू उपमुखिया अजीत गुप्ता ने केवल जी के चित्र का पुष्पार्चन किया। तिलौथू प्रखंड के लगभग सभी शिक्षण संस्थानों में केवलजी की पुण्यतिथि मनाई गई। जिसमें शिशु संस्कार केंद्र जयनगरा, जीवन उत्सव पब्लिक स्कूल चंदनपुरा, आयुष मेमोरियल पब्लिक स्कूल इंद्रपुरी, सरस्वती विद्या मंदिर तिलौथू, सरस्वती आईटीआई तिलौथू, राधा शांता महाविद्यालय तिलौथू, आईआईटी कंप्यूटर्स तिलौथु सहित दर्जनों कोचिंग संस्थानों में दो मिनट का मौन रख स्व. केवल कुमार को श्रद्धांजलि दी गयी। श्रद्धांजलि सभा में मनीष कुमार, सूरज मिश्रा, छोटन कुमार, मनोज कुमार, दीपक कुमार सहित कई गन्यमान उपस्थित हुवे।